Wednesday, 22 November 2017

वृद्ध माता -पिता और अपनों की उपेक्षा - २

बुजुर्ग माता -पिता और अपनों की उपेक्षा - २
===========================[[ गतांक से आगे ]]
ईश्वरीय शक्ति से समाधान के उपाय निकालने की कोशिश
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हम शक्ति साधक हैं और उस उम्र की ओर बढ़ रहे जिस विषय पर यह लेख लिख रहे |ऐसे अनेक बुजुर्गों को देखते हैं और मिलते हैं जो इन समस्याओं से जूझ रहे ,अपनों की उपेक्षा झेल रहे ,अपने बेटे -बेटी ,बहू आदि द्वारा उपेक्षित हो रहे |उन लोगों द्वारा त्रास्कृत हो रहे जिनके लिए जीवन में उन्होंने बहुत कुछ किया |वह लोग मुंह मोड़ रहे जो कल तक हाथ जोड़े खड़े होते थे |इसका हल खोजने पर हमें कुछ उपाय मिले हैं ,जिन्हें हमने बहुतों पर आजमाया और सफल पाया है |इसलिए इस विषय पर लिखना आवश्यक लगा ताकि यदि कोई ऐसी समस्या से जूझ रहा हो तो उसे उससे निकलने में मदद मिल सके |भारतीय सनातन ज्ञान यूँ ही नहीं सर्वश्रेष्ठ कहा जाता |यहाँ हर समस्या का निदान है |दिक्कत यह है की जब हम आधुनिकता की अंधी दौड़ में शामिल हुए तो हमने अपने ही ज्ञान -विज्ञानं को ओछा समझ लिया और भूल गए |भारतीय ऋषियों ने पारिवारिक सुख ,समृद्धि ,एकता के लिए ,नैतिक पतन ,उश्रीन्ख्लता ,बिखराव ,टकराव रोकने के लिए अलौकिक शक्तियों की सहायता लेने के तरीके बनाए हैं |यहाँ वहां काम करते हैं जहाँ भौतिक ज्ञान की सीमाएं समाप्त हो जाएँ |सब प्रयास जब बेकार हो जाते हैं तब भी यह काम करते हैं |अतः वृद्धाश्रम मत जाइए ,बेटे -बहू -अपनों की उपेक्षा मत झेलिये ,तिरस्कार मत सहिये ,अकेले मत रहिये ,जिसके लिए जीवन लगा दिया उसे फिर से पैरों में झुकाइये |इस हेतु हमारे कुछ सुझाव हैं -
. सबसे पहला काम आप यह कीजिये की अपने अवचेतन पर काम कीजिये |अपनी सोच ,निराशा ,हताशा ,असहायता ,निरीहता ,मजबूरी की भावना ,शारीरिक अक्षमता की भावना ,कमजोर होने की भावना ,किसी का सहयोग न होने की भावना ,आर्थिक रूप से अक्षम होने की भावना को बदलिए |इसमें कोई पैसा नहीं लगना |कोई मेहनत नहीं लगनी |मात्र एक महीने में ये सब निकल जाएगा और आपमें एक नए आत्मविश्वास ,आत्मबल ,खुद की सक्षमता ,साहस ,आशा ,मजबूत होने की भावना का उदय होगा |इस स्टेप के बिन आप कुछ भी नहीं बदल पायेंगे और परिस्थितियां वैसी की वैसी ही रहेंगीं |इसलिए यह स्टेप बहुत आवश्यक है |इसके लिए मात्र इतना ही करना है की आपको १० लाइन कागज पर लिख लेने हैं और उन्हें एकांत में शान्ति से दिन में चार बार १० -१० मिनट तक लगातार दोहराना है |सुबह -दोपहर -शाम और रात को |जैसे मैं सबकुछ करने में सक्षम हूँ ,मुझे किसी की कोई मदद नहीं चाहिए और में परिस्थितियों को अपने बल पर बदल सकता हूँ |मुझमे शारीरिक रूप से कोई कमी नहीं है और में सबकुछ कर सकता हूँ |आने वाला समय मेरा होगा |सबकुछ मेरी मर्जी से होगा |बेटा -बहू मेरी बात जरुर मानेंगे ,उन्हें हमारा ध्यान रखना ही होगा |आदि आदि |आप इस तरह से लिख लीजिये |चाहें तो किसी विशेषज्ञ की मदद ले लें इसे लिखने में |एक बार लिखने पर इसमें महीनों तक कोई परिवर्तन नहीं होगा |वही लाइनें महीनों तक रहेगी |इससे होगा यह की आपकी सोच बदल जायेगी ,आपकी हीन भावना ,कमजोरी ,निकल जायेगी और आपके रोग ,बीमारी ,शारीरिक कमियां दूर हो जायेंगी |सही कह रहा मैं ,आपके रोग ,बीमारी भी ठीक हो जायेंगे और शरीर भी स्वस्थ होने लगेगा ,मन तो स्वस्थ होगा ही |आप एक महीने में बदल जायेंगे |
. दुसरे स्थान पर आप यह कीजिये की किसी बहुत अच्छे तंत्र साधक की तलाश कीजिये जो किसी उग्र महाविद्या जैसे काली ,बगलामुखी या दुर्गा ,चामुंडा आदि का साधक हो |इसमें आपको थोडा श्रम करना पद सकता है और थोड़े पैसे भी खर्च करने पड़ सकते हैं ,पर यह आपके कष्टों के सामने कुछ भी नहीं |दुनिया झुकाने को कुछ तो पापड़ बेलने ही होंगे |आप उस साधक उससे सम्बन्धित महाविद्या का भोजपत्र पर निर्मित यन्त्र जो कम से कम २१ हजार मंत्र से अभिमंत्रित हुआ हो ,चांदी के कवच में भरवाकर प्राप्त करें और उसे धारण करें |साथ ही उससे सम्बन्धित महाविद्या का मंत्र भी उस साधक से प्राप्त करें |इस स्टेप के बिन आप अगले स्टेप पर नहीं जा पायेंगे |अतः यह आवश्यक है |इससे होगा यह की ,आपका उस शक्ति से सम्बंधित चक्र अधिक क्रियाशील हो जाएगा ,आपकी सुरक्षा कवच बन जायेगी |
. अब आप किसी उग्र शक्ति का मंत्र ले लीजिये |सात्विक शक्ति नहीं ,उग्र शक्ति ,जैसे दुर्गा ,काली ,चामुंडा आदि |वह शक्ति ऐसी हो जो सारे कार्य करती हो |जैसे वशीकरण ,मोहन ,आकर्षण ,विद्वेषण ,मारण ,स्तम्भन आदि सभी काम जिसके शक्ति से किये जा सकते हों |उपरोक्त तीनो शक्तियाँ ऐसी ही हैं |काली ,चामुंडा इसलिए अधिक ठीक हैं की इनमे बहुत अधिक शुद्धता की आवश्यकता आवश्यक नहीं होती ,जबकि दुर्गा ,बगला आदि बहुत शुद्धता ,सुचिता मांगती हैं |आप मंत्र किसी जानकार से ले लीजिये और मंत्र बोलना मात्र सीख लीजिये |सम्भव हो तो थोड़ी पूजा सुबह कर लिया कीजिये इनकी और उसके बाद इनके मंत्र का अनवरत दिन रात जप करना शुरू कीजिये |इस मामले में मुस्लिम लोग अधिक जागरूक होते हैं |मुस्लिम बुजुर्ग माला फेरते अधिक मिलते हैं जबकि हिन्दू बुजुर्ग कम |आप थोडा खुद को बदलिए और मंत्र जप अनवरत शुरू कीजिये |आप मात्र दो महीने में चमत्कार देखेंगे |इससे आपकी आभामंडल तो बदलेगी ही आपमें एक अतीन्द्रिय शक्ति का उदय हो जाएगा |आपका दिमाग जहाँ जहाँ जाएगा वहां वहां एक अदृश्य शक्ति काम करेगी |
बुजुर्ग हैं इसलिए बहुत नींद तो आएगी नहीं ,तो आप सुबह जल्दी उठकर यह मन्त्र जप किया कीजिये |इससे फायदा यह होगा की इसके प्रभाव और आपकी सोच से आपके बेटे बहू को बेचैनी होगी ,जो उस समय नींद में होंगे |आपकी क्षमता जैसे बढ़ेगी उन्हें सपने आदि भी आयेंगे |इस प्रकार के मंत्र जप से एक फायदा यह भी होगा की यदि किसी ने कोई टोना -टोटका किया कराया है तो उसका प्रभाव भी समाप्त होगा या कम होगा |कुछ महीनों बाद आप इस मन्त्र से अभिमंत्रित जल या खाने पीने की चीजे अपने बेटे -बहू -बेटी को देंगे तो उस पर हुए टोने टोटके भी समाप्त हो जायेंगे ,क्योकि मंत्र उग्र शक्ति का है |कुछ महीनों बाद चमत्कार भी सम्भव है |आपकी शक्ति दूसरों के कष्ट भी दूर करने लग सकती है |आपका दिया अभिमंत्रित जल या वास्तु लोगों की समस्या दूर कर सकता है ,रोग हटा सकता है |
. उपरोक्त करने के साथ आप अधिकतम एकांत में रहने की कोशिश कीजिये और समय बर्बाद करने ,फ़ालतू बातें करने में समय मत गंवाइये |समय बहुमूल्य है और आपको अभी बहुत कुछ करना है |आप बाहर टहलिए ,सैर कीजिये ,प्रकृति के नजदीक होइए और अनवरत मंत्र जप करते हुए उस शक्ति का जिससे सम्बन्धित मंत्र है चिंतन कीजिये |लगातार यह अपना रूटीन बनाइये |आप कर्मकांड ,लम्बे चौड़े पूजा पद्धति ,टोने -टोटकों के चक्कर में मत जाइए |अब आपके पास इन सबके लिए समय नहीं है |अब समय कम है और करना अधिक है ,इसलिए सीधे उस शक्ति से जुड़ जाइए जो आपको आपका सबकुछ भी दे दे और साथ ही मुक्ति के मार्ग भी खोल दे |आपको शक्ति की जरूरत है ,सामर्थ्य की जरूरत है ,अपनों के साथ की जरूरत है |,उनके देखभाल की जरूरत है जिनकी आपने अब तक देखभाल की है |यह सब बिन शक्ति के नहीं होगा |दुनिया प्यार से कम झुकती है ,भय से अधिक झुकती है |अगर कोई आपको आपका दिया भी नहीं दे पा रहा तो फिर उसे मजबूर करने की ही जरूरत है .भले वह फिर कोई भी हो |आपको किसी का अहित नहीं करना ,किसी को कष्ट नहीं देना ,पर अपना पाना भी तो है |इसलिए खुद शक्तिवान तो बनना ही होगा |यह सब काम मात्र कोई उच्च उग्र शक्ति ही कर सकती है |इसलिए आप डूब जाइए उसमे और उपरोक्त पद्धति से अनवरत करते हुए उससे अपनी कामना कहिये |वह जरुर सुनेगा |

यह प्रक्रिया कोई सामान्य पूजा -पाठ नहीं है |यह आपको ऐसी शक्ति से जोड़ देगा जो आपके मानसिक विचार के साथ चलेगी और क्रिया करेगी |ध्यान रखिये किसी शक्ति के पास अपनी कोई दृष्टि नहीं होती |वह वही देखती हैं ,वही सुनती हैं जो उन्हें दिखाने ,सुनाने वाला दिखाता -सुनाता है |आपसे शक्ति जुड़ने पर आप जिसके बारे में सोचेंगे ,जहाँ गंभीरता से ध्यान करेंगे वहां वह शक्ति भी देखेगी और प्रतिक्रिया करेगी |कुछ ही समय में आपको आपका परिवार भी मिलेगा ,आपकी शक्ति भी बढ़ेगी ,आभामंडल भी बदलेगा ,जो मिलेगा प्रभावित भी होगा ,सारे काम भी बनते जायेंगे ,लोग झुकेंगे भी ,सम्मान भी मिलेगा  और आप दूसरों के कष्ट भी दूर करने लगेंगे ,खुद तो सुखी होंगे ही |सबकुछ पाते हुए आपके मुक्ति का मार्ग भी प्रशस्त होगा |उपरोक्त उपाय छोटा और आसान लग सकता है पर चमत्कार छोटा ही करता है |.....[क्षमा करें ,लेख थोडा लम्बा हो गया ]................................................हर-हर महादेव 

विशेष - ज्योतिषीय परामर्श ,कुंडली विश्लेषण , किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव ,सामाजिक -आर्थिक -पारिवारिक समस्या आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच . 

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