Sunday, 13 August 2017

भूत -प्रेत निवारण और तंत्र प्रयोग

तांत्रिक प्रयोग
—————-
यहां कुछ प्रमुख शाबर मंत्रों का विवरणप्रस्तुत है। ये मंत्र सहज और सरल हैं,जिनके जप अनुष्ठान से उक्त बाधाओंतथा जादूटोनों के प्रभाव से बचाव होसकता है।
. निम्नलिखित मंत्र को सिद्ध करने के लिए उसका २१ दिनों तक एक माला जप नियमितरूप से करें। हनुमान मंदिर में अगरबत्ती जलाएं। २१ वें दिन मंदिर में एक नारियल औरलाल वस्त्र की ध्वजा चढ़ाएं। यह मंत्र भूतप्रेतडाकिनीशाकिनी नजर दोषजादूटोनेआदि से बचाव एवं शरीर की रक्षा के लिए अत्यंत उपयोगी है।
मंत्र : ॐ हनुमान पहलवानबरसबारह का जवानहाथ में लड्डूमुंह में पान। खेलखेलकर लंका के चौगान। अंजनी का पूतराम का दूत। छिण में कीलौंनौ खंड का भूत। जागजाग हनुमान हुङ्कालाताती लोहा लङ्काला। शीश जटा डग डेंरू उमर गाजेवृज की कोटडीवृज का ताला। आगे अर्जुन पीछे भीमचोर नार चम्पे  सीव। अजराझरेभरमा भरे।ईंघट पिंड की रक्षाराजा रामचंद्र जीलक्ष्मणकुंवर हनुमान करें।
. किसी बुरी आत्मा के प्रभाव अथवा किसी ग्रह के अशुभ प्रभाव के फलस्वरूप संतान सुखमें बाधा से मुक्ति हेतु श्री बटुक का उतारा करना चाहिए,,यह क्रिया निम्नलिखित विधि से रविवारसोमवारमंगलवार तीन दिन लगातार करें।विधि उतारे के स्थान पर एक पात्र में सरसों के तेल में बने उड़द के ११ बड़ेउड़द की दालभरी ११ कचौड़ियां प्रकार की मिठाइयांलाल फूलसिंदूर बत्तियों का दीपक, 1 नींबूऔर कुल्हड जल रखें। सिंदूर को चार बत्तियों वाले दीपक के तेल में डालें। फिर फूल,कचौड़ीबड़ेमिठाइयां सभी सामग्री एक पत्तल पर रखें तथा मन ही मन यह कहें कि यहभोग हम श्री बटुक भैरव जी को दे रहे हैंवे अपने भूत– प्रेतादिकों को खिला दें और संकटग्रस्त व्यक्ति के ऊपर जो बुरी आत्मा या ग्रहों की कुदृष्टि हैउसका शमन कर दें।” समस्तसामग्री को पीड़ित व्यक्ति के सिर के ऊपर  बार उतारा करके किसी चौराहे पर रखवा दें।सामग्री रखवाकर लौट आएं। ध्यान रहेलौटते समय पीछे  देखें। उतारा परिवार के सदस्यकरें। यह क्रिया यदि अपने लिए करनी होतो स्वयं करें।
. कृत्या निवारण के लिए एक नींबू को चार टुकड़ों में चीरें। चारों टुकड़ों पर  बारनिम्नलिखित मंत्र पढ़कर उन्हें चारों कोनों में फेंक दें।मंत्र आई कीमाई कीआकाश कीपरेवा पाताल की। परेवा तेरे पग कुनकुन। सेवा समसेरजादू गीर समसेर की भेजी। ताके पद को बढ़ करकुरुकुरु स्वाहा।
. राईलाल चंदनरालजटामंसीकपूरखांडगुग्गुल और सफेद चंदन का चूराक्रमानुसार दो गुना लें और सबको मिलाकर अच्छी तरह कूट लें। फिर उस मिश्रण में इतनागोघृत मिलाएं कि पूरी सामग्री अच्छी तरह मिश्रित हो जाए। इस सामग्री से प्रेत बाधा सेग्रस्त घर में धूनी देंप्रेत बाधाक्लेशादि दूर होंगे और परिवार में शांति और सुख कावातावरण उत्पन्न होगा। व्यापार स्थल पर यह सामग्री धूनी के रूप में प्रयोग करेंव्यापारमें उन्नति होगी।
५. भूत छुड़ाने का मंत्र भूत छुड़ाने के भी अनेकानेक शाबर मंत्र हैंजिनमें एक इस प्रकारहै।तेल नीरतेल पसार चौरासी सहस्र डाकिनीर छेलएते लरेभार मुइ तेल पडियादेय अमुकार(नामअंगे अमुकार (नामभार आडदन शूले यक्ष्यायक्षिणीदैत्यादैत्यानीभूताभूतिनीदानवदानिवीनीशा चौरा शुचिमुखा गारुड तलनम वार भाषइलाडि भोजाइआमि पिशाचि अमुकार (नामअंगेयाकाल जटार माथा खा ह्रीं फट स्वाहा। सिद्धि गुरुरचरण राडिर कालिकार आज्ञा।विधि ऊपर वर्णित मंत्र को पहले किसी सिद्ध मुहूर्त में १०,००० बार जप कर सिद्ध कर लें।फिर सरसों तेल को २१ बार अभिमंत्रित कर भूत बाधाग्रस्त व्यक्ति पर छिड़केंतो भूत उतरजाता है।………………………………………………हर-हर महादेव 

विशेष - किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच . 

No comments:

Post a Comment