:::::::::::::::: सूर्य
पूजा ::::::::::::::::::
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जीवन में कर्म और धन को यश-प्रतिष्ठा पाने के लिए बेहद अहम माना गया है। कर्म की मजबूत इच्छाशक्ति या संकल्प
से ही तमाम वैभव खिंचे चले आते हैं। वैसे भी लक्ष्मी ठहराव नहीं गति को पसंद करती है। सरल शब्दों में समझें तो काम ही कमाई का जरिया बन जीवन के हर मकसद को पूरा करते में मददगार बनता है। हिन्दू धर्म मान्यताओं में हर रोज साक्षात देवता सूर्य अपनी गति व रोशनी से कर्म से वैभव व ऊंचाई पाने की ऐसी ही प्रेरणा देते हैं। धार्मिक आस्था है कि सूर्य उपासना
स्वास्थ्य, यश,
ख्याति, समृद्धि देती है। इसलिए यहां बताए जा रहे सूर्य उपासना के 5 आसान उपाय मनचाहा काम, आमदनी व प्रतिष्ठा पाने की कामना जल्द पूरी करने में बेहद प्रभावी माने गए हैं। ये उपाय जन्मकुण्डली में सूर्य दोष से मिलने वाले रोग,
असफलता व अपयश से भी बचाते हैं। इन उपायों का कोई दुस्प्रभाव नहीं है
जैसा की रत्न आदि पहनने से हो सकता है ,बस ध्यान इतना ही हो की स्तोत्र आदि में त्रुटी न हो |यदि ज्योतिष और
शास्त्र की मान्यता से भिन्न भी सोचें और वैज्ञानिक तथ्यों पर ध्यान दें तो सूर्य
ही इस सौरमंडल में धनात्मक ऊर्जा का एकमात्र स्रोत है |इसकी ऊर्जा बिन पूरा
सौरमंडल समाप्त हो जाता है |जो भी पूजा पद्धतियाँ विकसित की गयी हैं सूर्य के लिए
वह या तो प्रत्यक्ष इसकी ऊर्जा शरीर को प्रभावित करती हैं अथवा तरंगीय रूप से
तारतम्य बनाती हैं अतः इनसे लाभ ही लाभ होता है |
हर रोज स्नान के बाद सुबह यथासंभव सूर्योदय के वक्त सूर्य को तांबे के कलश से लाल चंदन मिले जल से 'ऊँ घृणि सूर्याय नम:'
मंत्र बोलकर अर्घ्य दें। सूर्य प्रतिमा को लाल चंदन लगाकर इस सूर्य मंत्र का स्मरण करें या आदित्यहृदयस्त्रोत का पाठ करें |
नम:
सूर्याय नित्याय रवयेऽर्काय भानवे।
भास्कराय मतङ्गाय मार्तण्डाय विवस्वते।।
लाल चंदन का तिलक मस्तक पर लगाएं।
तांबे का कड़ा हाथ में पहनें। गाय को पानी में थोड़े-से गेंहू भिगोकर खिलाएं।……………………………………………………………हर-हर महादेवविशेष - किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच .
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