Tuesday, 3 October 2017

हवन के नियम


::::::::::::::::::::हवन के नियम:::::::::::::::::: 
===========================
कोई भी अनुष्ठान के पश्चात हवन करने का शास्त्रीय विधान है और हवन करने हेतु भी कुछ नियम बताये गए हैं जिसका अनुसरण करना अति - आवश्यक है , अन्यथा अनुष्ठान का दुष्परिणाम भी आपको झेलना पड़ सकता है इसमें सबसे महत्वपूर्ण बात है हवन के दिन 'अग्नि के वास ' का पता करना ताकि हवन का शुभ फल आपको प्राप्त हो सके
जिस दिन आपको होम करना हो , उस दिन की तिथि और वार की संख्या को जोड़कर जमा करें फिर कुल जोड़ को से भाग देवें
-यदि शेष शुन्य () अथवा बचे , तो अग्नि का वास पृथ्वी पर होगा और इस दिन होम करना कल्याणकारक होता है
-यदि शेष बचे तो अग्नि का वास पाताल में होता है और इस दिन होम करने से धन का नुक्सान होता है
-यदि शेष बचे तो आकाश में अग्नि का वास होगा , इसमें होम करने से आयु का क्षय होता है
अतः यह आवश्यक है की होम में अग्नि के वास का पता करने के बाद ही हवन करें ...................................................हर-हर महादेव 

विशेष - किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच . 

No comments:

Post a Comment