:::::::::::::::सर्व मनोकामना सिद्धि प्रयोग :::::::::::::::::::
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मनुष्य का मन
चंचल और विचलित होता है |एक कामना पूरी हुई नहीं की उससे पूर्व ही दूसरी इच्छा
बलवती हो उठती है |समस्त प्रकार की मनोकामनाओं की सहजपूर्ती हेतु अत्यंत सरल
किन्तु अत्यधिक प्रभावशाली प्रयोग प्रस्तुत है |जिससे अलौकिक शक्तियां पेज के पाठक
लाभ उठा सकते हैं |
सामग्री :--
=========रवि
पुष्य योग में निष्कासित ,प्राण प्रतिष्ठित ,मंत्र सिद्ध श्वेतार्क गणपति की
मूर्ती ,जल पात्र ,लाल चन्दन ,कनेर के फूल ,केसर ,गुड ,अगरबत्ती ,शुद्ध घृत का
दीपक ,पीला ऊनि आसन ,मूंगे की माला ,पवित्र लकड़ी का बाजोट या चौकी |
मंत्र :-- ॐ
अन्तरिक्षाय स्वाहा
साधना विधि
:--
=============किसी
भी शुक्ल पक्ष के बुधवार या गणेश चतुर्थी को यह साधना प्रारम्भ कर सकते हैं |साधना
प्रारम्भ करने वाले दिन सुबह स्नादी से निवृत्त हो ,पूर्ण पवित्र स्थिति में पीली
सूती धोती धारण कर ,पीले आसन पर पूर्व को मुख करके स्थान ग्रहण करें |पवित्रीकरण,आचमन आदि करें |फिर संकल्प लें की आप एक निश्चित
संख्या में रोज निश्चित समय पर निश्चित संख्या /दिन तक जप ,तत्पश्चात हवन करेंगे
|फिर श्वेतार्क गणपति की विधिवत पूजा करें ,गुड का भोग लगाएं ,पुष्पादि चढ़ाएं दीपक
आदि जलाएं | इसके बाद जप करें और अंत में जप गणेश भगवान को समर्पित करें और आरती
करें |पूर्ण जप संख्या १२५००० है ,जिसे अधिकतम २१ दिनों में पूर्ण करें |जप धीमे
स्वरों में धीमी गति से पूर्ण नाद और एकाग्रता के साथ करें |साधना अवधि में ही
अथवा पूर्णता तक आपकी मनोकामना पूर्ण हो सकती है |मूल तत्व आपकी एकाग्रता है ,सदैव
गणेश के ध्यान में डूबने का प्रयत्न करें |चूंकि तांत्रिक साधना है अतएव सुरक्षा
कवच धारण करके साधना करें और प्रयास सदैव रहे की त्रुटी न होने पाए |अंतिम दिन हवन
करें और ब्राह्मण दान आदि दें
|........................................................हर-हर महादेव विशेष - किसी विशिष्ट समस्या ,तंत्र -मंत्र -किये -कराये -काले जादू -अभिचार ,नकारात्मक ऊर्जा प्रभाव आदि पर परामर्श /समाधान हेतु संपर्क करें -मो. 07408987716 ,समय -सायंकाल 5 से 7 बजे के बीच .
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